स्पोर्ट्स डेस्क, (punjabprotv) : कोलकाता नाइटराइडर्स के युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह ने वो कर दिखाया जो कई सालों में कोई-कोई क्रिकेटर कर पाता है। उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ रविवार (नौ अप्रैल) को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के (6,6,6,6,6) लगाकर कोलकाता को अविश्वसनीय जीत दिला दी। कभी कोचिंग सेंटर में पोंछा लगाने वाला लड़का आज कोलकाता का नया हीरो बन गया है।
गुजरात के कप्तान राशिद खान ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। गुजरात ने 20 ओवर में चार विकेट पर 204 रन बनाए थे। कोलकाता ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन राशिद खान ने 17वें ओवर में हैट्रिक लेकर मैच को गुजरात की ओर मोड़ दिया। कोलकाता को आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रन बनाने थे। ऐसा लगा था कि वह मैच हार जाएगी, लेकिन यहां बाएं हाथ के युवा स्टार रिंकू सिंह ने कमाल कर दिया।
"Because he's the Knight #KKR deserves and the one they need right now" – Rinku Singh 😎#GTvKKR #TATAIPL #IPLonJioCinema | @KKRiders pic.twitter.com/b1QrN3fLjX
— JioCinema (@JioCinema) April 9, 2023
रिंकू ने यश दयाल के आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के लगाकर कोलकाता को यादगार जीत दिला दी। उमेश यादव ने पहली गेंद पर एक रन लिया तो पांच गेंद पर कोलकाता को 28 रन बनाने थे। यहां से रिंकू ने अंतिम पांचों गेंद पर छक्का लगाया। कोलकाता को विजेता बनाने वाले इस खिलाड़ी कहानी कई युवाओं को प्रेरित करती है। मुश्किल हालात में भी रिंकू ने हार नहीं मानी और अपना नाम बनाया।
रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले हैं और उनके इस स्टेज तक पहुंचने की कहानी काफी परेशानियों और दुख से भरी रही है। रिंकू के पिता अलीगढ़ में एक गैस सिलेंडर बांटने का काम करते थे। पांच बेटों में से एक रिंकू को स्कूल के समय से ही क्रिकेट काफी पसंद था और वह खाली समय में दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलते थे। इसमें उन्हें मजा आने लगा। इस बात का खुलासा रिंकू ने कोलकाता नाइट राइडर्स की वेबसाइट पर मौजूद एक वीडियो में किया।
रिंकू ने कहा था, ”मुझे एक कोचिंग सेंटर में पोंछा लगाने की नौकरी मिली। कोचिंग सेंटर वालों ने कहा कि सुबह-सुबह आकर पोछा लगाकर जाया करो। मेरे भाई ने ही मुझे यह नौकरी दिलाई थी।रिंकू का इस काम में मन नहीं लगा और उन्होंने कुछ दिनों में ही इस नौकरी को अलविदा कह दिया. इसके बाद रिंकू ने पूरा ध्यान क्रिकेट पर लगाया, जो उनका करियर चमका सकता था.
रिंकू सिंह के करियर को नई उड़ान देने में दो लोगों मोहम्मद जोशान और मसूद अमीन ने मदद की. मसूद अमीन ने रिंकू को बचपन के दिनों से क्रिकेट की ट्रेनिंग दी है, वहीं जीशान ने अंडर-16 ट्रायल में दो बार फेल होने के बाद इस क्रिकेटर की काफी मदद की. खुद रिंकू सिंह ने भी इस बात का एक इंटरव्यू में खुलासा किया था.
रिंकू की मेहनत आखिरकार रंग रंग लाई, जब 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश की ओर से लिस्ट-ए और टी20 क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला. रिंकू सिंह ने दो साल बाद पंजाब के खिलाफ मुकाबले से अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू भी किया. रिंकू ने उसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया. आईपीएल 2017 की नीलामी में रिंकू को किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने 10 लाख रुपए में खरीदा था. हालांकि उस सीजन उन्हें एक ही मुकाबला खेलने को मिला. रिंकू ने आज की पारी के लिए भगवान का धन्यवाद किया।