Ludhiana: नगर निगम द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स की चोरी रोकने के उद्देश्य से ही यू आई डी नंबर लगाने की योजना बनाई गई है। यह प्रोजेक्ट कई साल पहले फ्लॉप होने के बाद अब स्मार्ट सिटी मिशन के फंड में से नए सिरे से शुरू किया गया है। इसके तहत फिलहाल डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान प्रॉपर्टी की लोकेशन व फोटो के साथ लेंड यूज, कवरेज एरिया व किराए संबंधी जानकारी हासिल की जा रही है। बताया जा रहा है कि मुहिम की शुरुआत में ही पुराने जी आई एस सर्वे के मुकाबले बड़ी संख्या में नए यूनिट सामने आ रहे हैं, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर प्रॉपर्टी टैक्स जमा न करवाने या गलत रिटर्न दाखिल करने वाले लोगों को नोटिस जारी करने की कार्रवाई की जाएगी। इससे नगर निगम का रेवेन्यू काफी बढ़ सकता है।
एक लाख से ज्यादा लोगों ने 2013 के बाद नहीं दाखिल की रिटर्न, शर्तों की वजह से हो रही है वसूली
नगर निगम द्वारा 2013 में प्रॉपर्टी टैक्स लागू किया गया था। उस समय करीब 3.5 लाख लोगों द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाया गया था। लेकिन उसके बाद से लेकर अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों द्वारा रिटर्न दाखिल नहीं की जा रही है। इनमें से सिर्फ प्रॉपर्टी को नया नंबर लगाने, टी एस वन लेने या नक्शा पास करवाने के लिए लगाई गई शर्त को पूरा करने के लिए लोगों द्वारा 2013 से लेकर अब तक का बकाया प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाया जाता है।