पंजाब में डीजल और सिलेंडर गैस का बड़ा संकट चल रहा है। दरअसल, पिछली 13 फरवरी से शंभू और खनौरी बॉर्डरों पर बैठे किसानों के कारण आम लोगों का जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित होना शुरू हो गया है। सूत्रों अनुसार सड़क अवरोधों और सुरक्षा मुद्दों के कारण पंजाब में डीजल और एलपीजी गैस की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हो गई है, जिसको लेकर जनता में हाहाकार मचनी शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार सड़कों पर आंदोलन के कारण यातायात बुरी तरह से प्रभावित है, जिस कारण पंजाब में डीजल और गैस की क़िल्लत बढ़ गई है। पिछली बार की तरह इस बार किसानों का प्लान लंबे समय तक दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर धरना देने का है। किसान आंदोलन के चलते सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। इसकी वजह से दिल्ली से सटी तमाम सीमाओं पर यातायात बुरी तरह से प्रभावित है। दिल्ली में घुसने के लिए अड़े किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने सभी सीमाएं सील कर दी हैं। हालांकि, इस आंदोलन को पिछली बार की तरह सभी किसान संगठनों का समर्थन प्राप्त नहीं है। यह किसान आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चे के बैनर पर नहीं हो रहा है। इसे अलग-अलग किसान संगठन मिलकर आयोजित कर रहे हैं। लेकिन अगर किसानों का यह धरना इस बार भी लंबा चलता है तो आने वाले दिनों में राज्य में हालात बदत्तर हो सकते हैं।