आपके हाथ, पैर, गर्दन, पेट यहां तक कि शरीर के किसी भी हिस्से पर बनाए जा रहे रंग-बिरंगे फैशनेबल टैटू आपकी सेहत बिगाड़ सकते हैं और ऐसी बीमारी दे सकते हैं जो पूरी तरह ठीक हो पाना मुश्किल है। जर्नल एनालिटिकल कैमिस्ट्री में प्रकाशित एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि टैटू की इंक में मौजूद कैमिकल्स से स्किन कैंसर जैसी घातक बीमारी होने की संभावना होती है। इसके अलावा यह इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकता है और शरीर के अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। बताया जा रहा है कि अमरीका की फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन टैटू बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली इंक में मौजूद कैमिकल्स की मॉनिटरिंग शुरू करेगा।
इंक से कई अंगों को नुकसान का खतरा
अमरीका में किए गए इस अध्ययन में 54 टैटू की इंक के नमूनों का टैस्ट किया गया है। इसके नतीजों में पता चला कि इनमें से 90 प्रतिशत नमूनों में ऐसे कैमिकल पाए गए जो सेहत के लिए हानिकारक हैं। इनमें पॉलीइथिलीन ग्लाइकॉल और 2- फेनॉक्सीथेनॉल जैसे कैमिकल शामिल हैं। पॉलीइथिलीन ग्लाइकॉल किडनी नेक्रॉसिस सहित अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है तो वहीं 2- फेनॉक्सीथेनॉल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। अध्ययन के प्रमुख डॉक्टर जॉन स्वर्क ने बताया कि टैटू की इंक बनाने वाली कंपनी इन कैमिकल्स का इस्तेमाल अपनी प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए करती है। डॉक्टरों ने चेताया है कि टैटू बनवाने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। टैटूबनवाने से पहले इंक की क्वालिटी और उसके स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। टैटू बनाने के क्रम में अंग के भीतर इंक डाली जाती है जो व्हाइट ब्लड सैल के मैक्रोफेज द्वारा अब्जॉर्ब की जा सकती है जिससे अंग पर बनाने के बाद यह अपनी जगह पर रहे, लेकिन कुछ मामलों में संभव है कि इंक में मौजूद गंदगी खून के फ्लो में आ जाए जिससे यह पूरे शरीर में फैल जाएगी, इससे कई साइड इफैक्ट का खतरा है, यहां तक कि कई अंग भी डैमेज हो सकते हैं।
टैटू से अन्य स्वास्थ्य समस्याएं
• लिम्फ नोड में सूजन
• अंगों को नुकसान एलर्जी
• संक्रमण
क्या बरतें सावधानियां
• केवल प्रोफैशनल टैटू आर्टिस्ट से टैटू बनवाएं
• इंक की क्वालिटी और उसके स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में जानकारी प्राप्त करें
• टैटू बनवाने के बाद अच्छी देखभाल करें
• यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो डॉक्टर से सलाह लें