इस साल नवंबर-दिसंबर के शादी सीजन के लिए सोने की कीमतों में आई गिरावट ने ग्राहकों के लिए एक शानदार मौका प्रदान किया है।
इस साल नवंबर-दिसंबर के शादी सीजन के लिए सोने की कीमतों में आई गिरावट ने ग्राहकों के लिए एक शानदार मौका प्रदान किया है। भारतीय सरकार ने इस साल गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया है, जिससे सोने की कीमतों में उल्लेखनीय कमी आई है। इस निर्णय ने ज्वैलरी खरीदने का इंतजार कर रहे ग्राहकों को विशेष लाभ पहुँचाया है।
ज्वैलर्स ने शुरू कीं नई छूट योजनाएं
ज्वैलर्स ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न छूट और ऑफर्स की पेशकश शुरू कर दी है। सोने के आभूषणों के मेकिंग चार्ज पर 20 से 40 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। यह छूट उन ग्राहकों को लुभाने के लिए है, जिन्होंने सोने की बढ़ती कीमतों के कारण पहले ही खरीदारी में देरी की थी। इसके साथ ही, ज्वैलर्स अपना पुराना स्टॉक खत्म करने के लिए इन ऑफर्स का लाभ उठा रहे हैं।
दुबई के भाव पर मिल रहा सोना
कस्टम ड्यूटी में कटौती के बाद, दुबई और भारत में सोने की कीमतें लगभग बराबर हो गई हैं। इस स्थिति का लाभ उठाते हुए, ज्वैलर्स ने ग्राहकों को “दुबई के भाव पर सोना खरीदें” जैसे आकर्षक स्लोगन के माध्यम से अपनी ओर खींचने की कोशिश शुरू कर दी है। सोना सस्ता होने के कारण, ग्राहकों की संख्या में 60 प्रतिशत तक वृद्धि देखी गई है।
संभावित GST बढ़ोतरी की आशंका
ऑफर्स और छूट के साथ-साथ, ज्वैलर्स ने संभावित GST बढ़ोतरी के बारे में भी जानकारी दी है। उनका कहना है कि सरकार सोने और चांदी की कस्टम ड्यूटी में की गई कटौती की भरपाई के लिए GST दर को 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 9 से 10 प्रतिशत तक कर सकती है। कुछ जानकारों का कहना है कि GST दर 5 प्रतिशत तक भी बढ़ाई जा सकती है, जिससे ग्राहकों पर अतिरिक्त वित्तीय दबाव पड़ सकता है।
गोल्ड की तस्करी पर लगाम
गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी में कमी का एक बड़ा लाभ यह भी है कि इससे गोल्ड की तस्करी पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। हाल के दिनों में, देश में सोने की तस्करी की घटनाओं में वृद्धि देखी गई थी। उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि शुल्क में भारी कटौती के चलते अवैध आयात की संभावना कम हो जाएगी। वर्तमान में लगभग 15 प्रतिशत सोना तस्करी के रास्ते बाजार में पहुंचता है, लेकिन ड्यूटी में कमी के बाद तस्करी का सोना खरीदना अब लाभकारी नहीं रहेगा। इस प्रकार, सोने की कीमतों में कमी और ज्वैलरी पर दिए जा रहे आकर्षक ऑफर्स ने ग्राहकों के लिए शादी सीजन में सोने की खरीदारी का अवसर प्रदान किया है। साथ ही, सरकार के द्वारा की गई ड्यूटी कटौती ने सोने की तस्करी पर नियंत्रण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।