पंजाब का कृषि क्षेत्र इस मानसून सीजन में अच्छी बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
पंजाब का कृषि क्षेत्र इस मानसून सीजन में अच्छी बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे ज्यादा पंजाब में बारिश की कमी है। मानसून के पहले दो महीनों में राज्य में दीर्घ अवधि औसत (LPA) की तुलना में 44% कम बारिश हुई है।
देश की नोडल मौसम एजेंसी, IMD के मौसम बुलेटिन से पता चला है कि पंजाब में दीर्घ अवधि औसत (LPA) 209.9 मिमी बारिश के मुकाबले 117 MM बारिश हुई है। IMD-चंडीगढ़ के निदेशक सुरेन्द्र पॉल का कहना है कि पूर्वानुमान की तुलना में इसमें थोड़ा बदलाव हुआ है। पॉल ने कहा, “कुल मिलाकर, उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में 17% बारिश की कमी है, जो सामान्य सीमा के अंतर्गत आता है।
जुलाई में पंजाब और हरियाणा में मानसून कमजोर रहा। बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाएं, जो मानसून में बारिश लाती हैं, इस मौसम में कमजोर रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप पंजाब में कम बारिश हुई। इसके अलावा, कोई पश्चिमी विक्षोभ (WD) नहीं रहा, जो कभी-कभी मानसून के दौरान बारिश की गतिविधियों को बढ़ावा देता है।”
मानसून के मौसम में इन जिलों में सामान्य बारिश
मानसून के मौसम में अब तक केवल तीन जिलों पठानकोट, मनसा और तरनतारन में सामान्य बारिश हुई है। पटियाला, फाजिल्का, मुक्तसर, फरीदकोट, जालंधर, रूपनगर और लुधियाना जिलों में मानसून के मौसम में अब तक 50% बारिश कम हुई है। जुलाई में पूरे राज्य में कम बारिश ने पंजाब के किसानों, खासकर दक्षिणी मालवा क्षेत्र के कपास उत्पादकों को संकट में डाल दिया है।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एसएस गोसल ने बताया कि जुलाई में कम बारिश और शुष्क मौसम के कारण मानसा, अबोहर और फाजिल्का में सफेद मक्खी के हमले की खबर है। बारिश की कमी का बिजली की मांग पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है। पंजाब राज्य विद्युत निगम (पीएसपीसीएल) बिजली की बढ़ती मांग से निपट रहा है, क्योंकि धान की खेती करने वाले किसान सिंचाई के लिए भूजल पर निर्भर हैं।
आज से 2 दिन तक बारिश का अलर्ट
आईएमडी के अनुसारआज यानी बुधवार से 2 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अनुसार 8 जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, बठिंडा, बरनाला, मानसा, संगरूर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जबकि 15 जिलों जिसमें तरनतारन, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला, मोहाली और मलेरकोटला शामिल है। साथ ही लोगों को सावधानी अपनाने के लिए कहा गया है।