मनमाने ढंग से ड्यूटी करते हैं सुरक्षाकर्मी
उन्होंने कहा कि कागजों में पूरी पुलिस गारद की ड्यूटी लगाई गई है. लेकिन सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहने वाले गार्ड मनमाने ढंग से ड्यूटी करते हैं. पीड़िता के पिता ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शाहजहांपुर एसपी अशोक मीणा से बात की तो उन्होंने पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था का आश्वासन दिया है।
2013 में गिरफ्तार हुआ था आसाराम
दरअसल शाहजहांपुर की रहने वाली 16 वर्षीय पीड़िता के साथ आसाराम बापू ने अपने जोधपुर स्थित आश्रम में साल 2013 में दुष्कर्म किया था. पीड़िता के आरोप लगाने के बाद एक सितंबर 2013 को आसाराम को गिरफ्तार किया गया था. 2018 में इस मामले में आसाराम बापू को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी. अब जोधपुर हाईकोर्ट ने कथावाचक को इलाज के लिए सात दिन की पैरोल दी है।
दो गवाहों की हो चुकी है हत्या
इस बीच, पीड़िता के पिता ने अपने परिवार पर खतरा बताते हुए कहा कि सुरक्षा को बढ़ाया जाना चाहिए.उन्होंने तर्क दिया कि जब आसाराम जेल के अंदर था तब यहां उसके मुकदमे के मुख्य गवाह कृपाल सिंह (35) की शाहजहांपुर के कैंट क्षेत्र में 10 जुलाई 2015 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वहीं मुजफ्फरनगर में एक अन्य गवाह की गोली मार कर हत्या की गई थी।