पंजाब सरकार नशे को लेकर एक्शन मोड़ में हैं।
पंजाब सरकार नशे को लेकर एक्शन मोड़ में हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान आज मोहाली पहुंचे जहां पर उन्होंने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया है। इस दौरान सी.एम. मान ने नशा तस्करों को सीधी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि हमारी सबसे बड़ी जंग नशे के खिलाफ चल रही है। नशा तस्करों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि अब तक नशे से जुड़ी कई बड़ी मछलियां पुलिस के हाथ लग चुकी हैं। कई तस्करों की प्रॉपर्टी जब्त की जा चुकी है, अब तक करीब 400 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जब्त की जा चुकी है। सी.एम. मान ने कहा कि इससे यह संदेश जाता है कि गलत काम करके कमाए गए पैसे से भी कुछ नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ कानून को और सख्त बनाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी बात की जा रही है।
मोहाली में एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स की नई बिल्डिंग का उद्घाटन करने के बाद सीएम मान ने कहा कि अब स्पेशल टास्क फोर्स को अपडेट कर दिया गया है, इसे न्यू एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स का नाम दिया गया है। यह स्पेशल टास्क फोर्स की जगह लेगा।
इस फोर्स में कर्मचारियों की संख्या भी दोगुनी कर दी गई है। पहले इसमें 400 कर्मचारी थे जिसे बढ़ाकर 800 किया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने व्हाट्सएप चैटबॉट का भी उद्घाटन किया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति नशे की शिकायत व्हाट्सएप नंबर 97791-00200 पर कर सकता है, जिस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। इसके लिए बाकायदा कंट्रोल रूम बनाया गया है। सूचना देने वालों को भी जवाब दिया जाएगा। इसी के साथ नशा करने वालों को जेल नहीं बल्कि अस्पताल भेजा जाएगा। नशे के सौदागरों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा भी होता है कि लोग किसी नशे के सौदागर को पकड़कर थाने ले जाते हैं, लेकिन लोगों के लौटने से पहले ही तस्कर जमानत लेकर वापस आ जाता है।
इसलिए हम केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी कानून में जरूरी बदलाव के बारे में बात कर रहे हैं कि जो व्यक्ति ड्रग्स बेचते हुए पकड़ा जाए और उससे बरामदगी की जाए, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कई मामलों का निपटारा 24 घंटे के अंदर किया गया।
उन्होंने कहा कि हम कानून-व्यवस्था में किसी को ढील नहीं देते और न ही किसी को बख्शते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 6 बॉर्डर जिलों में 40 करोड़ रुपए की लागत से कैमरे लगाने का प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, क्योंकि पंजाब की 553 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान से लगती है और पाकिस्तान की ओर से मुवमेंट होती रहती है।