पंजाब के सी.एम. भगवंत मान आज होशियारपुर पहुंचे
माता-पिता के बाद, टीचर ही हमारे जीवन को एक सही राह देते हैं और बेहद महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाते हैं। वह न केवल हमें शिक्षा देते हैं बल्कि असल जिंदगी में सफल की हिम्मत भी देते हैं।
हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस यानी टीचर्स डे मनाया जाता है। इस खास अवसर पर सभी छात्र अपने गुरुजनों को अपनी कामयाबी में उनके साथ के लिए उन्हें दिल से शुक्रिया कहते हैं।
आप भी अगर इस टीचर्स डे पर अपने शिक्षकों को धन्यवाद करना चाहते हैं तो यह शायरी और संदेश आपके लिए हैं।
पंजाब के सी.एम. भगवंत मान आज होशियारपुर पहुंचे हैं। यहां उन्होंने आज अध्यापक दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में 77 अध्यापकों को सम्मानित किया।
उन्होंने इस दौरान 55 अध्यापकों को स्टेट अवॉर्ड, 10 को यंग टीचर अवॉर्ड, 5 अध्यापकों को प्रबंधकीय अवॉर्ड और 7 अध्यापकों को विशेश सम्मान दिया।
इस दौरान सी.एम. मान ने अध्यापक दिवस की बधाई देते हुए ऐलान किया कि आने वाले दिनों में अध्यापकों की भर्ती की जाएगी। इसमें पंजाबी के साथ-साथ अन्य विषयों के अध्यापक भी होंगे।
अपने संबोधन के दौरान सी.एम. मान ने कहा कि इस बार पेरेंट्स-टीचर मिलनी में 20 लाख अभिभावकों ने हिस्सा लिया है। माता-पिता और अध्यापकों का एक-दूसरे से मिलना बहुत जरूरी है।
माता-पिता को भी पता होना चाहिए कि उनके बच्चे क्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय में पढ़ने और पढ़ाने का तरीका भी बदल गया है। सरकारों का काम होता है मौके प्रवान करवाना।

सी.एम. मान ने कहा कि पंजाब से सैकड़ों अध्यापक सिंगापुर से पढ़ाने का तरीका सीखने के लिए ट्रेनिंग लेकर आए हैं।
इस बार पंजाब के सरकारी स्कूलों में बच्चों के बेहद दाखिले हो रहे हैं। हमारे पास अध्यापकों की कमी नहीं है, बस पढ़ाई का माहौल होना चाहिए। इस बार 158 सरकारी बच्चों ने जेई परीक्षा पास की है।
आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि जो अध्यापक सिलेबस के साथ-साथ जिंदगी की बातें भी पढ़ाता है, वह अध्यापक बच्चों का पसंदीदा होता है।
उन्होंने कहा कि वह हमेशा कहते हैं कि हमें अपने शिक्षकों का हमेशा सम्मान करना चाहिए, क्योंकि उन्होंने हमें बहुत कुछ सिखाया है।

इस मौके पर भगवंत मान ने खाली खजाने को लेकर पिछली सरकारों पर भी तंज कंसे। उन्होंने कहा कि पहले अध्यापकों से पढ़ाने के अलावा हर काम लिया जाता था। उन्होंने कहा कि अध्यापक सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देंगे।
अध्यापकों की चिंता केवल पढ़ाई होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब में अच्छी शिक्षा के लिए स्कूलों को बेहतर बनाया जा रहा है।
स्कूलों में केयरटेकर भी लगाए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों में कॉन्फिडेंस बिल्ड किया जाए ताकि वह प्राइवेट स्कूलों में पढ़ते बच्चों का मुकाबला कर सकें।
उन्होंने कहा कि बच्चों से स्कूल में ऐसी एक्टिविटी करवाई जाए जिससे उनमें कॉन्फिडेंस आए और वह खुद को निजी स्कूलों में पढ़े बच्चों से कम न समझें।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों के के सिलेबस में बदलाव किए जाएंगे। सिलेबस में ऐसी चीजों को डाला जाएगा जो बच्चों के काम आए और वह पॉजिटिव रहें।