अमृतसर पुलिस ने लखवीर सिंह लांडा गैंग के गुर्गों का एनकाउंटर कर दिया हैं।
अमृतसर पुलिस ने लखवीर सिंह लांडा गैंग के गुर्गों का एनकाउंटर कर दिया हैं। 23 अक्तूबर काे एक सररपंच का इन्हाेंने कत्ल किया था, जिसके बाद से इनकी तलाश की जा रही थी।
पुलिस पार्टी द्वारा जवाबी फायरिंग की गई ताे एक गैंगस्टर काे ढेर कर दिया गया।
बता दें, लखवीर सिंह लांडा हरिके, सतप्रीत सिंह सत्ता नौशहरा, गुरदेव जस्सल समूह ने 23/10/24 को थाना ब्यास के सठियाला के सरपंच गुरदेव सिंह गोखा की हत्या कर दी थी।
इस संबंध में थाना ब्यास में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके अलावा, सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर मनाली से गोखा की हत्या में शामिल गुरशरण सिंह पुत्र साहिब सिंह निवासी हरिके, परवीन सिंह पुत्र जरनैल सिंह निवासी हरिके, पारस पुत्र बंटी निवासी नूरदी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी गैंगस्टरों को पूछताछ के लिए थाना ब्यास लाया गया। इसके अलावा, गुरशरण और पारस नामक दो गैंगस्टरों को उस स्थान पर लाया गया, जहां उन्होंने अपने खुलासे के बयान के अनुसार हथियार छिपाए थे।
हालाँकि, दोनों गैंगस्टरों ने जगह पर पहुंचने के बाद अचानक पुलिस अधिकारियों को पीछे धकेल दिया और अपने खुलासे के बयान के विपरीत दिशा में भाग गए।
एक आश्चर्यजनक कदम में उन्होंने झाड़ियों के पीछे अपने हथियारों को कब्जे में लेने के बाद पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की।
पुलिस पार्टी ने भी आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की और परिणामस्वरूप एक गैंगस्टर गुरशरण को गोली लगी और उसे मार गिराया गया। दूसरा गैंगस्टर पुलिस पार्टी पर गोलीबारी करते हुए नदी में कूदकर मंड क्षेत्र में भागने में सफल रहा।
इनके पास से एक ग्लॉक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद की हैं। लांडा हरिके को विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों, हत्या और जबरन वसूली के मामलों में शामिल एक आतंकवादी घोषित किया गया है।
सत्ता नौशहरा कई जबरन वसूली और हत्या के मामलों में लांडा से जुड़ा हुआ है। गुरदेव जैसल सरहाली पुलिस स्टेशन ग्रेनेड हमले का मुख्य आरोपी रहा है।