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आखिर किसे CM बनाएगी महायुति? Maharashtra के नए मुख्यमंत्री को लेकर Sanjay Raut का बड़ा बयान

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महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री नियुक्ति को लेकर शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने कहा कि केंद्र सरकार मोदी और शाह की रणनीति से फैसला करेगी।

महाराष्ट्र में आगामी मुख्यमंत्री को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों जो हालात बन रहे हैं, उसे लेकर शिवसेना यूबीटी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को एक बड़ा बयान दिया है, जिससे राज्य की राजनीतिक हलचल और भी बढ़ गई है।
राउत ने यह दावा किया कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की नियुक्ति को लेकर कोई भी फैसला मोदी और शाह ही करेंगे, और वे इसे अपनी राजनीतिक रणनीति के तहत ही तय करेंगे।

राउत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “महाराष्ट्र में बहुमत इतना मजबूत है कि केंद्र सरकार को किसी भी नेता को मुख्यमंत्री बना देने की ताकत है। मोदी जी और अमित शाह इस फैसले को अपने राजनीतिक लाभ के हिसाब से लेंगे।

यह वही रणनीति है, जो उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी अपनाई थी।” संजय राउत के इस बयान से यह संदेश मिल रहा है कि महाराष्ट्र में होने वाली मुख्यमंत्री की नियुक्ति में राष्ट्रीय राजनीति का बड़ा हाथ हो सकता है।

मुख्यमंत्री के चयन में मोदी-शाह का अहम रोल
संजय राउत ने यह भी कहा कि अगर नरेंद्र मोदी देश के असली नेता होते तो उन्हें इस तरह की स्थिति उत्पन्न नहीं करनी पड़ती। उनका इशारा संभवत: उन राजनीतिक घटनाक्रमों की तरफ था, जो हालिया वर्षों में घटित हुए, जिनमें पार्टी तोड़ने या गठबंधन बनाने जैसे मुद्दे शामिल हैं।

राउत ने यह आरोप लगाया कि यह काम केवल वही लोग करते हैं जिनके पास पार्टी का मजबूत समर्थन नहीं होता। उन्होंने दावा किया कि इस तरह के निर्णय नेहरू, इंदिरा गांधी, और मनमोहन सिंह के दौर में नहीं लिए गए थे, बल्कि यह काम आज की सरकार करती है।

400 से ज्यादा शिकायतें, राउत ने उठाया मुद्दा
संजय राउत ने यह भी खुलासा किया कि महाराष्ट्र में शिवसेना और उसके सहयोगियों के पास 400 से भी ज्यादा शिकायतें आई हैं, जिन्हें लेकर वह पार्टी में अंदरूनी चर्चा करेंगे। उनका कहना था कि ये शिकायतें ऐसे मुद्दों से संबंधित हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और पार्टी में सुधार की आवश्यकता है।

राउत ने इस पर और अधिक टिप्पणी करते हुए कहा, “महाराष्ट्र में चुनाव बैलट पेपर से होना चाहिए। अगर बैलट पेपर पर हम जीतते हैं, तो समझेंगे कि जनता का समर्थन हमारे साथ है। फिलहाल, हमारे पास 145 सीटों पर लीड है। यह लीड हमें शरद पवार जैसे अनुभवी नेता के नेतृत्व में मिली है।”

महाराष्ट्र में ‘खिचड़ी सरकार’ को लेकर राउत का हमला
शिवसेना यूबीटी नेता ने वर्तमान राजनीतिक गठबंधन को ‘खिचड़ी सरकार’ करार देते हुए आरोप लगाया कि राज्य में जो वर्तमान राजनीतिक स्थिति बनी है, उसके लिए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश, चंद्रचूड़ जिम्मेदार हैं। उनका कहना था कि चंद्रचूड़ के फैसले और राजनीति में दखलंदाजी के कारण महाराष्ट्र की राजनीति में यह उलझन पैदा हुई है।

राजनीतिक संकट और आगामी घटनाक्रम
महाराष्ट्र की राजनीति में यह नया ट्विस्ट आने के बाद राज्य के नागरिकों और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। महाराष्ट्र में महायुति के भीतर मुख्यमंत्री के नाम को लेकर गहरे मतभेदों के बाद, संजय राउत का बयान यह दर्शाता है कि आगामी मुख्यमंत्री के चयन में केंद्रीय नेतृत्व की भूमिका काफी अहम होने वाली है।

अब देखने वाली बात यह होगी कि महाराष्ट्र की राजनीतिक घटनाएं किस दिशा में आगे बढ़ती हैं और क्या शिवसेना यूबीटी की ये दावेदारी रंग लाती है या फिर अन्य दलों के साथ मिलकर नया राजनीतिक समीकरण बनता है। महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट अभी पूरी तरह से हल नहीं हुआ है और आगे आने वाले समय में इस पर नए मोड़ आ सकते हैं।
संजय राउत के इस बयान ने राज्य की राजनीति में न केवल हलचल मचा दी है, बल्कि यह संकेत भी दिया है कि केंद्रीय नेतृत्व की भूमिका भविष्य में और अधिक महत्वपूर्ण हो सकती है। अब यह देखना होगा कि क्या महाराष्ट्र में कोई नया नेतृत्व उभरता है या फिर पुराने समीकरणों में बदलाव होते हैं।
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