पंजाब सरकार ने फिनलैंड में प्रशिक्षण के लिए भेजे जाने वाले प्राथमिक और प्रारम्भिक शिक्षकों की चयन प्रक्रिया शुरू की।
पंजाब सरकार द्वारा राज्य की स्कूली शिक्षा प्रणाली को विश्व स्तरीय मानकों के बराबर लाने के अथक प्रयासों के तहत, पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने प्राथमिक और प्रारंभिक शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिन्हें फिनलैंड के टुर्कू विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इस चयन प्रक्रिया के बारे में जानकारी साझा करते हुए पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि 72 प्राथमिक और एलिमेंट्री शिक्षकों (बीपीईओ, सीएचटीएस, एचटी) के दूसरे बैच को फिनलैंड में प्रशिक्षण के लिए चुना गया है। इन शिक्षकों को तुर्कू विश्वविद्यालय भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि तीन सप्ताह के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान एक सप्ताह का प्रशिक्षण पंजाब में तथा उसके बाद दो सप्ताह का प्रशिक्षण फिनलैंड में दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इच्छुक अध्यापक ई-पंजाब स्कूल पोर्टल epunjabschool.gov.in पर 2 फरवरी 2025 शाम 5 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिए जाने वाले उम्मीदवारों की आयु 31 जनवरी, 2025 तक 43 वर्ष या उससे कम होनी चाहिए, जबकि एचटी, सीएचटी और बीपीईओ के लिए आयु सीमा 31 जनवरी, 2025 तक 43 वर्ष या उससे कम होनी चाहिए। आयु 48 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, आवेदकों के पास कम से कम सितंबर 2025 तक वैध भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए। इसके साथ ही, उम्मीदवारों के खिलाफ कोई आरोपपत्र, जांच या आपराधिक मामला लंबित नहीं होना चाहिए।
इसके अतिरिक्त, अभ्यर्थियों को अपने अच्छे प्रदर्शन को प्रमाणित करने के लिए 20 अनुशंसाएं या संदर्भ देने होंगे, जिनमें से 10 वर्तमान छात्रों के अभिभावकों से तथा 10 पूर्व छात्रों के अभिभावकों से होने चाहिए। उन्होंने बताया कि सत्यापन प्रक्रिया 3 फरवरी को जिला शिक्षा अधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा) द्वारा शुरू की जाएगी। बैंस ने कहा कि बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने वाले सभी उम्मीदवार दूसरे दौर में जाएंगे। दूसरे चरण में पात्र शिक्षकों का चयन शैक्षणिक योग्यता, अनुभव, एसीआर, साक्षात्कार-सह-प्रस्तुति में प्रदर्शन तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में योगदान के आधार पर किया जाएगा।
पात्र अध्यापकों से राज्य सरकार के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाने की अपील करते हुए हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों के कौशल में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि राज्य भर के स्कूलों में अध्यापकों के कौशल में सुधार लाया जा सके। देश को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जा सकता है।