आज गुरु रविदास जी की जयंती है। इसी दिन गुरु रविदास जी का जन्म हुआ था।
आज संत गुरु रविदास जी की जयंती है। इसी दिन संत गुरु रविदास जी का जन्म हुआ था। उनकी जयंती पर कई दिग्गजों ने उन्हें याद किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समाज कल्याण के लिए किए गए उनके कार्यों को याद किया।
राष्ट्रपति ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘गुरु संत रविदास जयंती के शुभ अवसर पर मैं सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देती हूं। संत रविदास ने मानवता को अपने जीवन का ध्येय बनाया। वे धर्म तथा जाति के भेदभाव को मिटाने और समाज में एकता लाने के लिए समर्पित रहे। आइए, हम गुरु दास जी की शिक्षा को अपनाएं और समृद्ध तथा विकसित राष्ट्र के निर्माण में निरंतर योगदान देते रहें।‘
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी संत रविदास का अनमोल वचन साझा करते हुए लिखा, ‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न। छोट-बड़ो सब सम बसें, रविदास रहे प्रसन्न।। कर्म को सवरेपरि मानकर सभी के उत्थान हेतु समाज में समानता का मार्ग दिखलाने वाले संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती पर उन्हें कोटिश: नमन करता हूँ। सामाजिक समरसता का संदेश देती उनकी शिक्षाएं आज भी एकता, सद्भावना व चरित्र निर्माण हेतु सर्वथा अनुकरणीय हैं।‘
वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी उनके प्रसिद्ध दोहे के साथ पोस्ट की शुरुआत की। लिखा, मन चंगा तो कठौती में गंगा समाज से जात-पात एवं छुआछूत जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिए अपना पूर्ण जीवन समर्पति करने वाले संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती पर समस्त देशवासियों को हार्दकि शुभकामनाएं। समानता और समरसता पर आधारित उनके विचार सदैव सभी को प्रेरित करते रहेंगे।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संत रविदास जी की जयंती पर उन्हें याद किया। उन्होंने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन! उनका जीवन दर्शन एवं उनके विचार हमें सत्य और परोपकार के मार्ग पर चलने तथा समरस समाज के निर्माण हेतु प्रतिबद्ध करते हैं।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि महान समाज सुधारक, संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी की पावन जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन एवं प्रदेशवासियों को हार्दकि शुभकामनाएं।
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने लिखा कि महान संत, समाज सुधारक और दर्शनशस्त्र गुरु रविदास जी की जयंती पर कोटिश: नमन। उन्होंने जातिवाद व सामाजिक भेदभाव के खिलाफ मुखरता से आवाज उठाई और अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को प्रेम, करुणा और सद्भाव का संदेश दिया। उनकी शिक्षाएँ और आदर्श हमें समरसता और एकता के मार्ग पर चलने हेतु प्रेरित करते रहेंगे।