रूस और चीन की नजदीकियां दुनिया से छिपी नहीं है. दोनों देश अपने संबंधों को और बेहतर बनाने में लगे हुए हैं. ऐसे में चीन के शीर्ष राजनयिक और विदेश मंत्री वांग यी रूस के दौरे पर पहुंचे हैं. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के रिपोर्ट के अनुसार, वांग यी चार दिनों की यात्रा पर रूस गए हैं. उनकी यह यात्रा इसलिए भी खास हो जाती है क्योंकि अगले महीने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन की यात्रा पर जा सकते हैं.
.साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को घोषणा की कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी वार्षिक रणनीतिक सुरक्षा परामर्श बैठकों के लिए गुरुवार तक रूस में रहेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलेंगे. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा होगी. माओ ने कहा कि इस दौरान यूक्रेन युद्ध बातचीत का प्रमुख मुद्दा होगा. इसके अलावा वह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में नाटो बलों और बुनियादी ढांचे के विस्तार पर चर्चा करेंगे.
रणनीतिक सुरक्षा परामर्श पर होगी चर्चा
चीनी मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा रूस की सुरक्षा परिषद के प्रमुख निकोलाई पेत्रुशेव के निमंत्रण पर हो रही है, जो द्विपक्षीय रणनीतिक सुरक्षा परामर्श तंत्र के सह-अध्यक्ष हैं.बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले महीने चीन की राजधानी में तीसरे बेल्ट एंड रोड शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शामिल होंगे. यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पुतिन की यह पहली चीन यात्रा होगी.
किम जोंग उन भी पहुंचे थे रूस
गौरतलब है कि हाल ही में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन रूस दौरे से वापस लौटे हैं. ऐसे में उनके लौटते ही रूसी विदेश मंत्री का चीन पहुंच जाना पश्चिमी देशों को हजम नहीं हो रहा है. दरअसल, हाल ही में रूस पहुंच उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है. रूस युद्ध के कारण हथियारों की कमी का सामना कर रहा है. ऐसे में अब अनुमान लगाया जा रहा है कि रूस को उत्तर कोरिया से मदद मिल सकती है. ख़बरें तो यह भी हैं कि किम और पुतिन के मुलाकात के दौरान हथियारों की सप्लाई से जुड़ी डील हो चुकी है. हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.