दिल्ली शराब नीति घोटाले में पूछताछ के लिए गुरुवार (2 नवंबर) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने बुलाया है. ईडी के सवालों का जवाब देने से पहले केजरीवाल ने कहा कि पूछताछ के लिए भेजा गया नोटिस गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के कहने पर नोटिस भेजा गया है. इसे इसलिए भी भेजा गया, ताकि मैं चार राज्यों में होने वाले चुनाव प्रचार नहीं कर सकूं. नोटिस को तुरंत वापस लिया जाए.
हालांकि, आज वह ईडी के सामने पेश नहीं होने वाले हैं. इसकी वजह ये है कि मध्य प्रदेश में चुनावी अभियान के लिए रवाना होने वाले हैं. दरअसल, मध्य प्रदेश के सिंगरौली में अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का आज दोपहर रोड शो करने वाले हैं. कुछ देर में केजरीवाल मध्य प्रदेश के सिंगरौली के लिए रवाना होंगे. ऐसे में वह पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर नहीं जाने वाले हैं.
चिट्ठी लिखकर ईडी को दिया जवाब
भले ही केजरीवाल ईडी के दफ्तर नहीं गए हैं. लेकिन उन्होंने एक चिट्ठी के जरिए नोटिस का जवाब दिया है. केजरीवाल ने लिखा है कि यह साफ नहीं है कि आपने मुझे किस नाते संबंध भेजा है, एक गवाह के तौर पर या फिर संदिग्ध के तौर पर. मुझे समन में डिटेल भी नहीं दी गई. उन्होंने आगे लिखा है कि यह भी नहीं बताया गया कि मुझे व्यक्तिगत तौर पर बुलाया गया है या फिर मुख्यमंत्री के तौर पर या फिर आम आदमी पार्टी के मुखिया के तौर पर.
केजरीवाल ने कहा कि जिस दिन ED द्वारा सामान जारी किया गया. उसे दिन भाजपा नेताओं ने बयान देना शुरू किया कि मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. मेरी छवि को खराब करने के लिए 30 अक्टूबर की शाम को बीजेपी नेताओं को ED का समन लीक किया गया. उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर की दोपहर मनोज तिवारी ने संसद में बयान दिया था कि मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
दिल्ली सीएम ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक हूं और पांच राज्यों में चुनाव होने हैं जहां प्रचार करने के लिए मैं स्टार प्रचारक हूं. मुझे इन राज्यों में यात्रा करनी है और अपने कार्यकर्ताओं को राजनीतिक मार्गदर्शन देना है. मुझ पर आधिकारिक प्रशासनिक और आधिकारिक जिम्मेदारियां हैं जिसके लिए मेरी उपस्थिति आगामी दिवाली आगामी दिवाली के दौरान भी जरूरी है.
दिल्ली शराब नीति घोटाले में आप नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फरवरी से ही जेल में बंद हैं. सिसोदिया की गिरफ्तारी के अलावा हाल ही में आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी ईडी ने गिरफ्तार किया. दिल्ली शराब घोटाले को लेकर ईडी का शिकंजा धीरे-धीरे आप के कई नेताओं पर कसता जा रहा है. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आज ही दिल्ली के कैबिनेट मंत्री राज कुमार आनंद के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है.
पार्टी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की जताई आशंका
वहीं, आप को इस बात का भी डर सता रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं की गिरफ्तार की जाएगी. पार्टी ने सीधे तौर पर गिरफ्तारी के लिए बीजेपी पर निशाना साधा है. आप नेता राघव चड्ढा ने कहा है कि बीजेपी विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करने की योजना बना रही है. इस कड़ी में अरेस्ट होने वाले केजरीवाल पहले नेता नहीं होंगे. उन्होंने दिल्ली सीएम के ईडी के सामने पूछताछ के लिए जाने से पहले उनकी गिरफ्तारी के डर की बात कही.
राघव चड्ढा ने कहा कि ईडी ने 2014 से जितने मामले दर्ज किए हैं, उनमें से 95 फीसदी विपक्षी नेताओं के खिलाफ दर्ज हुए हैं. उन्होंने दावा किया कि इंडिया गठबंधन से बीजेपी परेशान हो चुकी है. उसने गठबंधन के नेताओं को निशाना बनाने के लिए योजना तैयार कर ली है. आप नेता ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तार की भी योजना बन रही है. बीजेपी को मालूम है कि वह दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों को हारने वाली है. इसलिए आप को चुनाव लड़ने से रोकने की तैयारी है.
इन नेताओं को भी होगी गिरफ्तारी, राघव चड्ढा का दावा
आप राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने एक लिस्ट दिखाते हुए बताया कि इसमें उन लोगों के नाम शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी की जानी है. केजरीवाल के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिरफ्तार किए जाएंगे. फिर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी का नंबर आएगा. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन भी गिरफ्तार किए जाएंगे.