पूर्वाम्नाय गोवर्धन मठ पुरी के शंकराचार्य अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने कहा है कि प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बिल्कुल शुभ मुहूर्त में हो रहा है. कुछ लोग महज निजी स्वार्थ के लिए हिंदू समाज को गुमराह करने के प्रयास कर रहे हैं. सोमवार (15 जनवरी, 2024) को ये बातें बिना किसी का नाम लिए उन्होंने नॉर्थ ईस्ट के सूबे असम में कहीं. वहां के डिब्रूगढ़ में पत्रकारों से वह बोले कि मंदिर के गर्भगृह का निर्माण पूरा हो जाने के बाद प्राण-प्रतिष्ठा में कोई बाधा नहीं है.
‘Ram Lala की प्राण-प्रतिष्ठा शुभ समय पर’
अधोक्षजानंद देवतीर्थ के मुताबिक, जब मुख्य पूजास्थल गर्भगृह का निर्माण पूरा हो गया है तो यह कहना गलत है कि मंदिर का निर्माण अधूरा है. 550 साल के संघर्ष के बाद उस स्थान पर भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है, वहां भगवान फिर से विराजमान होंगे और यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा बहुत शुभ समय पर हो रही है और शास्त्रों के अनुसार भी यह सर्वोत्तम समय है.
Narendra Modi हैं महान योगी- शंकराचार्य ने यूं की तारीफ
शंकराचार्य ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर सराहना की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की ओर से अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करने का महत्व है और इसे पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए. वह महान योगी हैं जो मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा कर सकते हैं. गुजरात से ताल्लुक रखने वाले नरेंद्र मोदी पहले ऐसे पीएम हैं जिन्हें हिंदू पहचान पर गर्व है.
‘Ram नाम जपें, दीप जलाएं’
पूर्वाम्नाय गोवर्धन मठ पुरी के शंकराचार्य ने यह भी कहा कि सभी को इस ऐतिहासिक अवसर (रामलला की प्राण प्रतिष्ठा) का गवाह बनना चाहिए. ऐसे में सबसे अपील है कि वे उस दिन घरों में राम नाम जपें. फिर चाहे वे अयोध्या जाएं या नहीं. सभी घरों में दीप जलाएं.