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दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए “आप” का गेम प्लान, सिसोदिया ने संभाली कमान

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अगले साल की शुरुआत में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने गेम प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है।

अगले साल की शुरुआत में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने गेम प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि चूंकि पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल जेल में हैं इसलिए हाल ही में जेल से बाहर आए पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चुनावी रणनीति को लेकर कमान संभाली है।
सिसोदिया राजधानी भर में करेंगे पदयात्रा
पार्टी ने अपने सभी विधायकों से पिछले साढ़े चार साल में किए गए कामों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर अपने क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने पेश करने को कहा है। आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा है कि हर क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित कर रिपोर्ट जनता के सामने पेश की जाएगी। राय ने कहा कि इस तरीके से विधायक जनता को बता सकेंगे कि पिछले साढ़े चार साल में क्या काम हुआ है। उन्होंने कहा कि चार सूत्री रणनीति शुरू की गई है, जिसमें हाल ही में जमानत पर रिहा हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया राजधानी भर में पदयात्रा कर लोगों से जुड़ने की पहल की अगुवाई कर रहे हैं।

हर क्षेत्र में की जाएगी बूथ मैपिंग
राय ने कहा कि रिपोर्ट कार्ड के अलावा हर क्षेत्र में बूथ मैपिंग की जाएगी, ताकि पार्टी कार्यकर्ताओं को स्पष्ट जिम्मेदारी दी जा सके। पार्टी ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सरकार द्वारा किए गए कामों को लोगों तक पहुंचाने के लिए ऑटो रिक्शा चालकों को भी शामिल किया है। आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) और राज्यसभा सदस्य संदीप पाठक ने एक बयान में कहा कि पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए दिल्ली में कई अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि कई और अभियान चलाए जाएंगे। पाठक ने कहा कि हम हर विधानसभा क्षेत्र में जाकर लोगों से जुड़ रहे हैं। हम उन्हें पिछले साढ़े चार साल में किए गए कामों की जानकारी दे रहे हैं। पाठक ने कहा कि सिसोदिया ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति बनाई है।

दो बार पूर्ण बहुमत हासिल कर चुकी है आप
बता दें कि आप 2020 में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई थी और उसने 53.57% वोट शेयर के साथ 70 में से 62 सीटें जीतीं। 2015 के चुनावों में पार्टी ने 54.3% वोट शेयर के साथ 67 सीटें जीती थीं। हालांकि जानकारों का कहना है कि आगामी चुनाव की तैयारियां आप के लिए आसान नहीं रही हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं, जबकि पूर्व समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद पार्टी छोड़ चुके हैं। कानूनी समस्याओं के अलावा आप सरकार को सरकार के दैनिक कामकाज को लेकर नौकरशाही और उपराज्यपाल के साथ रोजाना टकराव का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में जोरदार प्रचार अभियान के बावजूद पार्टी ने कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे के तहत लड़ी गई सभी चार लोकसभा सीटों को खो दिया।

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