Sunil Jakhar को आखिरी बार 18 October को Chandighar हवाई अड्डे पर PM मोदी का स्वागत करते हुए देखा गया था.
करीब दो महीने से पार्टी गतिविधियों से दूर रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी नेतृत्व से उन्हें कार्यभार से मुक्त करने का अनुरोध किया है. ऐसी खबरें थीं कि सुनील जाखड़ ने बीजेपी के राज्य अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद उनसे संपर्क नहीं हो सका.
Sunil Jakhar ने कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें बताया, मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त किया जाना चाहिए क्योंकि मेरी नैतिकता मुझे इस पद पर बने रहने की अनुमति नहीं देती है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी की मतों में हिस्सेदारी छह प्रतिशत से बढ़कर 18 प्रतिशत हो जाने के बावजूद पार्टी पंजाब की 13 संसदीय सीटों में से किसी पर भी जीत दर्ज नहीं कर सकी.
2023 में बने पंजाब के बीजेपी अध्यक्ष
पूर्व कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ जुलाई 2023 में बीजेपी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष बने. जाखड़ ने कहा कि उन्होंने राज्य से संबंधित कई मुद्दों को भी बीजेपी नेतृत्व के संज्ञान में लाया.
Punjab के राजनीतिक परिदृश्य से उनकी अनुपस्थिति ने पार्टी में उनकी भूमिका पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक होने के बावजूद वह पंजाब में 20 नवंबर को होने वाले चार विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों के लिए प्रचार नहीं कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप की मांग
Sunil Jakhar को आखिरी बार 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पीएम मोदी का स्वागत करते हुए देखा गया था. उन्होंने स्थानीय होटल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों का भी स्वागत किया था. इस बीच, जाखड़ ने हरियाणा को विधानसभा भवन के निर्माण के लिए चंडीगढ़ में 10 एकड़ जमीन आवंटित करने के केंद्र के कथित कदम के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप की मांग की.
पंचकूला में 12 एकड़ जमीन देने की पेशकश
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने अतिरिक्त विधानसभा भवन के लिए भूमि के बदले हरियाणा सरकार द्वारा चंडीगढ़ प्रशासन को दी गई भूमि के लिए कथित तौर पर पर्यावरणीय मंजूरी दे दी है.
हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन को चंडीगढ़ में आईटी पार्क रोड के पास 10 एकड़ जमीन के बदले पंचकूला में 12 एकड़ जमीन देने की पेशकश की. जाखड़ ने कहा कि वह इस कदम का विरोध करते हैं और प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप कर आवंटन रद्द करने का आग्रह करते हैं.
Punjab और हरियाणा की संयुक्त राजधानी
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ Punjab की राजधानी ही नहीं बल्कि पंजाब का दिल भी है. अगर आप चंडीगढ़ से हरियाणा को विधानसभा बनाने के लिए जमीन देने की बात करते हैं तो इससे पंजाब के लोगों को ठेस पहुंचती है.
वर्तमान में, Punjab और हरियाणा, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा सचिवालय के बगल में विधानसभा परिसर साझा करते हैं. चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है.